देख रहा था वह भौचक्का
एक जब आया था धक्का
भक्तों की भीड़ थी जिसने
रोंदा सब, कुछ न रख्खा.

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट